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Shukra Kavach-शुक्र ग्रह कवच

Shukra Kavach-शुक्र ग्रह कवच 




Shukra kavach Reciting of this kavach is very beneficial it is said that if you are enjoying a life full of pleasure and wealth and are leading a happy life, then Shukhra is happy on you and he has bestowed all his blessings on you and your family.
If you are facing problems in business and married life then recite this kavach for 10 days 11 times a day.

शुक्र कवच इस कवच का पाठ करना बहुत ही लाभकारी होता है ऐसा कहा जाता है कि यदि आप सुख और धन से भरपूर जीवन का आनंद ले रहे हैं और सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं, तो शुक्रा आप पर प्रसन्न हैं और उन्होंने आपको और आपके परिवार पर अपना सारा आशीर्वाद दिया है।
यदि आप व्यापार और दाम्पत्य जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो इस कवच का 10 दिन में 11 बार पाठ करें।

अस्य श्रीशुक्रकवचस्तोत्रमंत्रस्य भारद्वाज ऋषिः  ।

अनुष्टुप् छन्दः  । शुक्रो देवता  ।

शुक्रप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः 

मृणालकुन्देन्दुषयोजसुप्रभं पीतांबरं प्रस्रुतमक्षमालिनम्  ।

समस्तशास्त्रार्थनिधिं महांतं ध्यायेत्कविं वांछितमर्थसिद्धये ॥ १ 


ॐ शिरो मे भार्गवः पातु भालं पातु ग्रहाधिपः  ।

 नेत्रे दैत्यगुरुः पातु श्रोत्रे मे चन्दनदयुतिः ॥ २ 

पातु मे नासिकां काव्यो वदनं दैत्यवन्दितः  ।

जिह्वा मे चोशनाः पातु कंठं श्रीकंठभक्तिमान् ॥ ३ 

भुजौ तेजोनिधिः पातु कुक्षिं पातु मनोव्रजः  ।

नाभिं भृगुसुतः पातु मध्यं पातु महीप्रियः॥ ४ 

कटिं मे पातु विश्वात्मा ऊरु मे सुरपूजितः  ।

जानू जाड्यहरः पातु जंघे ज्ञानवतां वरः ॥ ५ 

गुल्फ़ौ गुणनिधिः पातु पातु पादौ वरांबरः  ।

सर्वाण्यङ्गानि मे पातु स्वर्णमालापरिष्कृतः ॥ ६ 


य इदं कवचं दिव्यं पठति श्रद्धयान्वितः  ।

 न तस्य जायते पीडा भार्गवस्य प्रसादतः ॥ ७ 

 ॥ इति श्रीब्रह्मांडपुराणे शुक्रकवचं संपूर्णं 






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